योगी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया है। यूपी नगर निकायों में पूर्वांचल में ओबीसी का जातिगत आकड़ा सबसे अधिक है | जबकि ,मध्य यूपी में सबसे कम है।
👉 योगी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को किया सार्वजनिक
लखनऊ / वाराणसी। योगी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया है।यूपी नगर निकायों में पूर्वांचल में ओबीसी का जातिगत आकड़ा सबसे अधिक है जबकि ,मध्य यूपी में सबसे कम है।
पूर्व में ही नगर निकाय चुनाव को लेकर समर्थित पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी थी,अब सरकार ने जातिगत आंकड़े को सार्वजनिक कर दिया है। उपरोक्त सारे आकड़े यह दर्शाते हैं कि आजादी के इतने साल बाद भी एससी और एसटी वर्ग का रहन-सहन शहरी क्षेत्र में नहीं बढ़ पाया है ।
इस रिपोर्ट में पूर्वांचल में पिछड़ी जाति की आबादी सबसे अधिक है, यहां पिछड़ी जाति 42 .19 फीसदी है और जबकि यूपी के मध्य क्षेत्र में पिछड़ी जाति की आबादी सबसे कम है। मध्य यूपी में कुल 27. 55 फीसदी है और पश्चिम यूपी में 37. 53 फीसदी है।
आकड़े बताते हैं कि यूपी में नगर निकायों में जातिगत आबादी नगर निगम में एससी 28 लाख 28 हजार 798 और एसटी 42 हजार 103 है। वहीं ओबीसी 52 लाख 06हजार 624 जबकि सामान्य की आबादी1करोड़ 22लख 73 हजार 405 है। इसी तरह पालिका परिषद में आबादी का आंकड़ा यह है। यहां एससी 20 लाख 52 हजार 050 ,एसटी 27 हजार 190,ओबीसी 71लाख 79 हजार 605 है। जबकि सामान्य 77 लाख 16 हजार 330 है। इस प्रकार कुल 16 करोड़ 97लाख 35 हजार 175 है।
दूसरी ओर नगर पंचायत में आबादी के हिसाब से आंकड़े एससी 16 लाख 10 हजार 881,एसटी 33 हजार 741,ओबीसी 51लाख 88 हजार 571 जबकि नगर पंचायत में आबादी के आंकड़े सामान्य 36 लाख 38 हजार 436 है। उपरोक्त सारे आकड़े यह दर्शाते हैं कि आजादी के इतने साल बाद भी एससी और एसटी वर्ग का रहन-सहन शहरी क्षेत्र में नहीं बढ़ पाया है ।