Aaj Ka Panchang : 27 मई 2023 का पंचांग, ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि है | शनिदेव महाराज जी की पूजा व बजरंग बाण का पाठ करने से विशेष लाभ होगा |
Aaj Ka Panchang : 27 मई 2023 का पंचांग, ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि है. शनिदेव महाराज जी की पूजा व बजरंग बाण का पाठ करने से विशेष लाभ होगा |
आइये , जानते हैं ज्योतिषचार्य पंडित धर्मेंद्र दीक्षित से आज का पंचांग विस्तार से... - शुभ मुहूर्त, शुभ योग, सूर्योदय, चंद्रोदय, नक्षत्र, राहुकाल, दिशाशूल आदि का फल
हिन्दू मास एवं वर्ष
विक्रम संवत - 2080, अनला
शक संवत - 1945, शोभना
शक वर्ष (राष्ट्रीय कलैण्डर) - ज्येष्ठ 6, 1945
वैदिक ऋतु - ग्रीष्मा (ग्रीष्म)
द्रिक ऋतु - ग्रीष्मा (ग्रीष्म)
पूर्णिमांत - ज्येष्ठ
अमांत मास - ज्येष्ठ
तिथि
शुक्ल पक्ष सप्तमी - 26 मई 05:19 AM - 27 मई 07:43 AM
शुक्ल पक्ष अष्टमी - 27 मई 07:43 AM - 28 मई 09:57 AM
नक्षत्र
माघा - 26 मई 08:50 AM - 27 मई 11:43 AM
पूर्वा फाल्गुनी - 27 मई 11:43 AM - 29 मई 02:20 AM
करण
वनिजा - 26 मई 06:31 अपराह्न - 27 मई 07:43 पूर्वाह्न
विष्टि - 27 मई 07:43 पूर्वाह्न - 27 मई 08:52 अपराह्न
बावा - 27 मई 08:52 अपराह्न - 28 मई 09:57 पूर्वाह्न
योग
व्याघता - 26 मई 07:03 अपराह्न - 27 मई 07:57 अपराह्न
हर्षना - 27 मई 07:57 अपराह्न - 28 मई 08:39 अपराह्न
वार
शनिवार (शनिवार)
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 5:45 AM
सूर्यास्त - 7:02 PM
चंद्रोदय - 27 मई 12:03 PM
चंद्रास्त - 28 मई 1:14 AM
अशुभ काल
राहु - 9:04 AM – 10:44 AM
यमगंडा - 2:03 PM - 3:43 PM
गुलिका - 5:45 AM - 7:25 AM
दुर मुहूर्त - 07:32 AM – 08:25 AM
वर्ज्यम - 08:35 AM - 10:22 AM
शुभ काल
अभिजित मुहूर्त - 11: 57 AM से 12 : 50 PM तक
अमृत काल - 09:02 PM - 10:49 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:09 AM से 04:57 AM
योग
आनंदादि
पद्मा तक - 11:43 PM तक लुंबका
सूर्य राशि : वृषभ
चंद्र राशि : सिंह
चंद्र मास
अमंता - ज्येष्ठा
पूर्णिमांत - ज्येष्ठ
चंद्राष्टम
1. उत्तराषाढ़ अंतिम 3 पदम्, श्रवण, धनिष्ठा प्रथम 2 पदम्
गंडमूल नक्षत्र
1. 26 मई 08:50 अपराह्न से 27 मई 11:43 अपराह्न (माघ)
आज राहुकाल का समय
राहू काल - 08:52 AM से 10:35 AM . इस दौरान सभी शुभ कार्य का त्याज्य कर दें .
दिशाशूल - पूरब दिशा
कुछ टोटके ( Shanidev Ji Ke Totke )- आज के दिन (शनिवार ) को पीपल के पेड़ में जल दें व शाम के सरसों का तेल दीपक जलाएं। शनि बीज मंत्र की जप करें. बजरंग बाण का पाठ लाभदायक होगा।