आज दिमाग से सोचिए कि हमारे हाथ में कलम नहीं रहेगा तो हम पढ़ेंगे-लिखेंगे नहीं तब हमको गुमराह करने के लिए लोग बाटेंगे और बैठकर अपनी राजनीतिक रोटियां भी सकेंगे।
👉सभी ने राजपूत समाज को सही रास्ता दिखाने पर दिया बल , क्षत्रिय महासभा युवा गाजीपुर से उठकर 18 राज्यों तक फैला
चंदौली। जनपद में हो रही राजनीतिक उठापटक के बीच आज रविवार को छत्रधारी सिंह पीजी कॉलेज सदलपुरा में महाराणा कुंभ के नाम से आयोजित कार्यक्रम में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा मंच के तहत क्षत्रिय नेताओं ने स्वजातीय समाज को जोड़ने के लिए तमाम बातें रखी।
इस महाकुंभ में राजनीति दलों से लेकर हर क्षेत्र के लोग पहुंचे थे। सबने एक मंच पर होकर राजपूत समाज को सही रास्ता दिखाने के लिए तत्पर दिखे। समाज को चरित्रवान बनाने, नशा मुक्ति के रास्ते को खोलने को जरूरी बताया। इस महाराणा महाकुंभ में नशा मुक्त समाज बनाने पर सभी वक्ताओं ने बल दिया।
सैयदराजा विधायक सुशील सिंह ने अपने समाज को हर स्तर की सुविधा एवं सम्मान देने में बढ़चढ़ कर भाग लेने की बीएन कही , तो पूर्व विधायक सैयदराजा मनोज सिंह डब्लू तथा उनके समधी श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह एमएलसी मिर्जापुर ने भी अपने समाज को चरित्रवान बनाने की नसीहत दे डाली। उन्होंने यहां तक कहा कि मेरे हाथ से क्षत्रिय समाज का कभी नुकसान नहीं हुआ है, मैं पूरे होशो हवास में कह रहा हूं जो भी मेरा जीवन काल बीता है, उस जीवन काल में कभी भी हमने अपने समाज का नुकसान नहीं किया ।
मनोज सिंह डब्ल्यू ने भी कहा कि राजपूत समाज के गरीब तबके के लोग हैं , अगर अपनी बहन बेटियों की शादी के लिए उनकी कोई मदद नहीं करता हो तो मनोज सिंह डब्लू के दरवाजे पर आए, उन्हें मैं मंदिर मस्जिद से शादी नहीं अपितु उनके दरवाजे से इज्जत की डोली उठावाऊंगा । मैं यह सिर्फ हवा में बात नहीं कर रहा हूँ। जिला पंचायत सदस्य अंजनी सिंह ने समाजवादी अंदाज में क्षत्रिय समाज को आईना दिखाया था।
इस मौके पर मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अवनीश सिंह ने पूरे जोशो खरोश के साथ अपने समाज को बताया कि यह क्षत्रिय महासभा युवा गाजीपुर से उठकर 18 राज्यों फैल चुका है। आज यह महासभा सफल है और पूरी तरह से संचालित है।
कहा- जिस हिसाब से महाराणा प्रताप जी ने अपनी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की बलिदानी दी, उनके पद चिन्हों पर चलते हुए मैं अट्ठारह राज्यों में इस संगठन को स्थापित कर दिया हूं। बहुत जल्द आप लोगों को एक नई खुशखबरी मिलेगी कि हम सब एक रास्ते पर चल रहे हैं। जैसे महाराण प्रताप जी ने जाति-धर्म से ऊपर हटकर काम किया है उसी तरह से हमारा क्षत्रिय समाज गरीब की रक्षा के लिए एकजुट हो रहा है।
उन्होने कहा कि कुछ अराजकतत्वों ने हमारे राजपूत समाज को बांट कर रखा था , जिससे हम लोग अलग-अलग बैठे हुए थे लेकिन अब तीर-तलवार का जमाना नहीं है। अब कागज - कलम के जोर के बल पर हम अपने समाज को उदाहरण के साथ यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि जब जमाना तीर तलवार का था ,तो हमारे पूर्वजों ने तीर तलवार भाला उठाया लेकिन आज दिमाग से सोचिए कि हमारे हाथ में कलम नहीं रहेगा तो हम पढ़ेंगे-लिखेंगे नहीं तब हमको गुमराह करने के लिए लोग बाटेंगे और बैठकर अपनी राजनीतिक रोटियां भी सकेंगे। हम अमीर से गरीब हुए हैं और इस समय कालचक्र में हम गरीब हुए हैं। फिर गरीब ही गरीब रह जाएंगे। सबसे पहले खुद को सुधारना है। नशा नहीं करना है, चरित्रवान बनना है ताकि समाज में लोग हम लोगों को सम्मानित नजरों से लोग देखें और राजपूत समाज का उत्थान हो सक।
इस अवसर पर अवधेश सिंह ब्लाक प्रमुख सकलडीहा, महेंद्र प्रताप सिंह ब्लाक प्रमुख बरहनी,लल्ला सिंह, धनंजय सिंह (प्रबंधक बाबा कीनाराम पीजी कॉलेज रामगढ़) विवेक सिंह प्रधान सदलपुरा, अतुल सिंह, देवेंद्र प्रताप सिंह, टुनटुन सिंह, राजकुमार सिंह गाजीपुर, अंजनी सिंह, सुशील सिंह जनौली, सुमन सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता खंडवारी पीजी कॉलेज के प्रबंधक डॉ. राजेंद्र प्रताप सिंह तथा संचालन छत्रधारी पीजी कॉलेज के प्रबंधक डा o अरुण सिंह ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में भूपेंद्र सिंह का बहुत ही बड़ा योगदान रहा। उन्होंने स्वजातीय बंधुओं को इस महाकुंभ में आने के लिए धन्यवाद दिया।