मामला कैमूर जिले का है, एक साथ नौकरी करने के दौरान इश्क हुआ था , फिर शादी उसके बाद प्रेमी ने प्रेमिका को छोड़कर फरार हो गया।
👉पीड़िता ने मोहनियां थानें में प्राथमिकी दर्ज कराई, पुलिस कारवाई में जुटी
भभुआ। पीड़ित महिला ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। महिला शादीशुदा है और उसे एक बच्चा भी है। मोहनियां थानें में प्राथमिकी दर्ज हुआ है, जहां पुलिस कारवाई में जुट गई। यह मामला कैमूर जिले का है, एक साथ नौकरी करने के दौरान इश्क हुआ था , फिर शादी उसके बाद प्रेमी ने प्रेमिका को छोड़कर फरार हो गया।
दरअसल मामला जहां झारखंड राज्य के गढ़वा जिलें के मझिआव गांव की अब्दुल रसीद खां की पुत्री राजिया की बताई जाती है, प्रेमी लड़का कैमूर जिले के मोहनियां थाना क्षेत्र के कटरा गांव का बताया जाता है। जहां दोनों अपनी रीति-रिवाज में आकर एक हिंदू युवक तथा मुस्लिम प्रेमिका ने प्रेम प्रसंग में दोनों ने धर्म की परवाह किए बिना शादी रचा ली।
दोनों ने प्रेमी-प्रेमिका की शादी अपनी मर्जी से की। लेकिन पांच महीने बाद ही प्रेमी ने प्रेमिका को छोड़कर फरार हो गया। पीड़िता ने बताया कि हम दोनों की शादी के बाद पांच माह बीत जाने के बाद जब मैं अपने पति से घर आने के लिए बोला तो समय-समय को टाल देते थे, मोबाइल भी बंद बता रहा था, तभी मुझे शक हुआ कि मेरे पति मुझे धोखा दिया है।
धोखा मिला तो पीड़िता ने झारखंड से कैमूर पहुंचकर मोहनियां थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। जहां पीड़िता का कहना है कि मैं झारखंड राज्य के गढ़वा जिले की रहने वाली हूं और मेरे पति राहुल यादव पिता सुनील कुमार सिंह मोहनियां थाना क्षेत्र के छोटका कटरा गांव जिला कैमूर का रहने वाले हैं। हम दोनों की मुलाकात झारखंड के टाटा स्टील कंपनी में जॉब करने के दौरान हुई। जहां जॉब के दौरान ही खुद लड़का ने मुझसे प्यार करने की बात किया और साथ रहने की बात कही। साथ ही और बोला कि हम दोनों एक साथ रहकर जल्द शादी कर लेंगे।
दोनों डेढ़ साल लिविंग रिलेशन में रहने के बाद 19 दिसंबर 2022 को उड़ीसा के एक अदालत में कोर्ट मैरेज हुआ। जहां पीड़िता ने बताई कि प्रमाण भी मेरे पास है। जिसके दौरान कुछ दिन बीत जाने के बाद राहुल अपने भाई की शादी में घर आए और उसके पापा के द्वारा लड़की को देखा गया। और शादी दूसरे जगह तय कराया गया, तिलक भी ले लिया गया। तभी इसके बारे में मुझे पता चला तो मैंने इसे किसी तरह रोकी, उसके तिलक में जो सामान मिला था उसे वापस कराने की मांग की। जो सिर्फ एक बुलेट बाइक बचा है।
इसी बीच पंद्रह मार्च को मेरे ससुर सुनील सिंह और मेरे देवर पास आते है और लड़का से तलाक-तलाक लेने के लिए दबाव बनाए। युवती ने अपने पति एवं अपने ससुर पर प्रताड़ित कराने का आरोप लगाया है। जहां पीड़िता ने बताया मुझे हर तरह से शोषण किया गया है, जिसके बाद मेरा दिमाग काम नहीं किया तो मैं आत्महत्या करने की कोशिश की और अपने बाया हाथ की नस काट ली।
जिसका टांका अभी भी कच्चा है , फिर कुछ दिन बीतने के बाद हमारे ससुर मेरे पति को मुझे छोड़ने के लिए प्रतिदिन कॉल करने लगे और दोनों लोग मिलकर मुझे छोड़ने और जान से मारने की धमकी देने लगे और मेरे ससुर मेरे पति को बोले मेरा दुर्गापुर में जॉब लग गया है, वहीं पर चलना है तो हम लोग वहां के लिए तैयार हुए हावड़ा स्टेशन पर साथ बैठे लेकिन मेरे पति बोले कि अगला स्टेशन पर उतरना है।
जहां मैं उतर गई और मेरे पति नहीं उतरे और अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए तो मैं अपने पति को खोजते-खोजते 16 मई को कैमूर जिलें के छोटका कटरा गांव पहुंचीं तो मेरे पति से मुलाकात नहीं हुआ ,जहां मेरे पति के पिता मुझे घर में घुसने नहीं दे रहे थे। अब इस मामले को लेकर पीड़िता ने मोहनियां थानें में प्राथमिकी दर्ज कराई, जहां पुलिस कारवाई में जुट गई।