ग्राम सभा रैथा में एक असहाय महिला जीर्ण शीर्णमकान में रहने को विवश है यह जीर्ण शीर्णकच्चामकान कभी भी जमींदोज हो सकता है और उसकी जान भी जा सकती है क्योंकि मकान की बल्लीबीच से टूट गयी है|
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फोटो -सरिता विश्वकर्मा का जीर्ण-शीर्ण मकान |
By-Diwakar Rai / Purvanchal News Print |
धीना,चन्दौली | विकास खंड धानापुर अंतर्गत स्थित ग्राम सभा रैथा में एक असहाय महिला जीर्ण शीर्णमकान में रहने को विवश है यह जीर्ण शीर्णकच्चामकान कभी भी जमींदोज हो सकता है और उसकी जान भी जा सकती है क्योंकि मकान की बल्लीबीच से टूट गयी है|
बांस का ठेका के सहारे घर रुका है पैसा के अभाव में मरम्मत नहीं करा पा रही है |असहाय भूमिहीन सरिता देवी को प्रधानमंत्री आवास की हकदार है जो पात्रता की श्रेणी में आती है |
वीडियो सरिता देवी अपने जीर्ण शीर्ण मकान में रहने को विवश ,कभी भी हो सकता है जमींदोज
प्राप्त विवरण अनुसार विकास खंड धानापुर अंतर्गत ग्राम सभा रैथा निवासिनी श्री मती सरिता देवी पत्नी ढोलन विश्वकर्मा अपने पति से अलग एक जीर्ण शीर्ण कच्चा मकान में अपने एक मात्र लड़के प्रद्युम्न विश्वकर्मा 14वर्षीय के साथ रह रही है जिसकी मुगलसराय इलाहाबाद रेल खंड पर तीन साल पूर्व ट्रेन से मांडा स्टेशन के पास कटकर मृत्यु हो गयी|
बेसहारा सरिता देवी दैनिक मजदूरी करके अपना जीविकोपार्जन कर रही है |सोमवार को सरिता देवी ने अपनी ब्यथा धीना प्रतिनिधि दिवाकर राय को बतायी |वैसे रैथा ग्राम वासी उसकी यथा सम्भव मदद कर रहे हैं |
ग्रामीणों ने डीएम चंदौली से असहाय सरिता देवी को प्रधानमंत्री आवास दिलाये जाने की मांग है ,ताकि अपने जीवन काल तक अपनी सुरक्षित जिंदगी एक छत के नीचे बिता सके |