आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने मीडिया की स्वतंत्रता पर हमले की निंदा की है |
लखनऊ | आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट की राष्ट्रीय कार्यकारिणी आज प्रात: दिल्ली पुलिस द्वारा न्यूज़क्लिक से जुड़े पत्रकारों, स्टैंडअप कमेडियनों, व्यंगकारों, वैज्ञानिकों, सांस्कृतिक इतिहासकारों तथा टिप्पणीकारों के घरों पर छापेमारी, उनके फोन व लैपटॉप की जब्ती व उन्हें हिरासत में रखने की कार्रवाई की कड़ी निंदा करती है। इस मामले में दर्ज एफआईआर में यूएपीए की कड़ी धाराएं भी लगाई गई हैं।
आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. आर. दारापुरी ने यहां जारी बयान में कहा है कि यह मीडिया की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार पर खुला हमला है तथा सरकार से असहमत तथा उसकी आलोचना करने वाले पत्रकारों, लेखकों तथा बुद्धिजीवियों को डराने तथा प्रताड़ित करने की कार्रवाही है जो लोकतंत्र के हित में नहीं है। सत्ता के सामने सच बोलने वाले मीडिया संगठनों तथा पत्रकारों पर बड़े पैमाने पर हमला स्वीकार्य नहीं है।
आरोप लगाया कि मोदी सरकार इससे पहले बीबीसी, न्यूजलांड्री, दैनिक भास्कर, भारत समाचार, द कश्मीर वाला, दी वायर आदि जैसे मीडिया घरानों को परेशान करने तथा डराने धमकाने के लिए जांच एजंसियों का इस्तेमाल कर चुका है और अब न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकारों पर छापेमारी की जा रही है।
आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट सभी लोकतांत्रिक विचारधारा वाली ताकतों से अनुरोध करता है कि वे मीडिया को निशाना बनाने, असहमति की आवाजों को चुप कराने तथा सत्ता का दुरुपयोग करने वाली सरकार के विरुद्ध लामबंद होकर इस हमले का विरोध करें।