आंगनबाड़ी भर्ती करने से पहले आरक्षण प्रक्रिया पर आरोप लगने लगे है, वर्ग के सापेक्ष आरक्षण निर्धारित न करने की शिकायत शुरू हो गयी है।
सकलडीहा, चंदौली । यूपी की भाजपा सरकार, सरकारी नौकरी को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन आलम यह है कि आंगनबाड़ी भर्ती करने से पहले आरक्षण प्रक्रिया परआरोप लगने लगे हैं । वर्ग के सापेक्ष आरक्षण निर्धारित न करने की शिकायत शुरू हो गयी है।
आरटीआई एक्टिविस्ट दयाशंकर ने आरोप लगाया है कि एसटी जाति का प्रमाण पत्र गोड़ जाति को जारी किया जा रहा है। लेकिन सकलडीहा विकास खंड मंे आंगनबाड़ी कार्यकत्री भर्ती में एसटी को कोई भी पद नहीं दिया गया है। वहीं अन्य सीटों पर भी आरक्षण मानक के अनुरूप नहीं बनाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार सकलडीहा बाल विकास परियोजना विभाग ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री के 44 पदों पर भर्ती निकाली है। जिसमें अनुसूचित जाति 5,पिछड़ी जाति 10,ईडब्लूएस 5 सामान्य वर्ग के लिए 24 पदों पर आरक्षण जारी किया गया है। आरक्षण प्रक्रिया में एसटी जाति को कोई भी पद नहीं दिया गया है। जबकि गोड़ जाति को एसटी जाति का दर्जा दिया गया है।
आरटीआई एक्टिविस्ट दयाशंकर ने आरोप लगाया है कि आंगनबाड़ी भर्ती में आरक्षण तैयार करने में मानक का ध्यान नहीं रखा गया है। कई गांवों में अनुसूचित जाति का पद होना चाहिए, उसकी जगह दूसरे वर्ग का आरक्षण जारी किया गया है। उन्होनें मांग किया है कि भर्ती प्रक्रिया को रोक कर उसमें आरक्षण को मानक के अनुरूप तैयार करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है कि कई वर्ग को लाभ नहीं मिल पाएगा।
आरक्षण पत्रावली में विभागीय अधिकारियों व बाबूओ ने हेरफेर किया है, ऐसा इसलिए आरोप लगाया जा सकता है। वहीँ दूसरी ओर इस बावत सीडीपीओ विमलेश पाल ने बताया कि आरक्षण प्रक्रिया मानक के अनुरूप तैयार किया गया है।
डीएम साहब ! ऐसा क्या है ? 15 साल से जमीं बाबू नहीं हटी
सकलडीहा बाल विकास परियोजना कार्यालय पर तैनात बाबू पिछले कई साल से एक ही जगह पर पोस्ट है। समाजसेवी मुकेश ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग व जिले के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहें है। विभाग में एक स्थान पर पिछले दस साल से बाबू तैनात उनको हटाने की जरूरत है। जिलाधिकारी से मांग किया है कि जनपद में कई परियोजनाओं के बाबू को हटाया गया लेकिन सकलडीहा परियोजना बाबू नहीं हटीं।