"माँ, मेरा पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है। अगर मैं परीक्षा दूँगा तो फेल हो जाऊँगा। मैं स्कूल नहीं जाना चाहता। मुझे स्कूल मत भेजो।"
मां से बोली- मैं पढ़ना नहीं चाहती, मुझे स्कूल मत भेजो, डांटा तो फांसी लगा ली
पूर्वांचल न्यूज प्रिंट/वाराणसी। "माँ, मेरा पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है। अगर मैं परीक्षा दूँगा तो फेल हो जाऊँगा। मैं स्कूल नहीं जाना चाहता। मुझे स्कूल मत भेजो।" आज मां से डांट खाने पर उसने घर में ही फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। दरवाजा तोड़कर उसका शव फांसी के फंदे से उतारा गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
कैंट थाना क्षेत्र के अनुला में मनोज कुमार अपने परिवार के साथ किराए पर रहते हैं। उन्होंने बताया, "परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटियां और एक बेटा है। वह गाड़ी चलाकर बच्चों का भरण-पोषण करते हैं। इसी साल उनकी बड़ी बेटी प्रीति पटेल ने ग्रेजुएशन पूरा किया है और दूसरी बेटी प्रिया पटेल ने इंटर में दाखिला लिया है।"
जब से सर्दी शुरू हुई है, मेरी बेटी स्कूल जाने में आनाकानी करने लगी है। पूछने पर उसने ठीक से जवाब भी नहीं दिया। जब भी मुझे स्कूल जाना होता, मैं कोई न कोई बहाना बना लेता। वह पिछले 15 दिनों से स्कूल नहीं गयी है। आज जब उसकी मां ने उसे डांटा तो वह लड़ने लगी।
बहन ने कमरे में जाकर देखा तो वह रस्सी से लटकी हुई थी
मनोज के मुताबिक- "बेटी ने कहा- मां मेरा पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है। अगर परीक्षा दी तो फेल हो जाऊंगी। मुझे घर पर रहने दो। मुझे पढ़ाई नहीं करनी है। इस पर मां ने उसे डांटा और कहा कि कल बुधवार है और उसे स्कूल जाना होगा। अगर नहीं जाओगी तो तुम्हें घसीटकर ले जाऊंगी। इसके बाद पत्नी पड़ोस में चली गई और छोटा भाई बड़ी बेटी को लेकर बाजार चला गया।"
शाम करीब छह बजे जब बड़ी बेटी लौटी तो उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। मैंने कई बार आवाज लगाई, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद उसने खिड़की से बाहर देखा तो प्रिया रस्सी के सहारे पंखे के हुक से लटकी हुई थी। उसने अपने दुपट्टे से फांसी लगा ली। शव को देखकर बड़ी बेटी चिल्लाने लगी तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए।