दिल्ली के लाल किले पर आज से भव्य तरीके से होगा Vikramotsav-2025 का आगाज, उपराष्ट्रपति करेंगे उद्घाटन

दिल्ली के लाल किले पर आज से भव्य तरीके से होगा Vikramotsav-2025 का आगाज, उपराष्ट्रपति करेंगे उद्घाटन

तीन दिनों तक "महान नाट्य सम्राट विक्रमादित्य" का मंचन किया जाएगा, जिसमें मध्य प्रदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे। 



दिल्ली / भोपाल / पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट । मध्य प्रदेश सरकार के तत्वावधान में आज से नई दिल्ली के लाल किले में स्थित माधवदास पार्क में सम्राट विक्रमादित्य पर केन्द्रित तीन दिवसीय भव्य नाट्य मंचन किया जाएगा।

 इसका उद्देश्य महान सम्राट विक्रमादित्य, विक्रम संवत और देश के गौरवशाली इतिहास में उनके योगदान के बारे में देश में जागरूकता पैदा करना है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शाम 7 बजे "विक्रमोत्सव" नाम से आयोजित इस सांस्कृतिक महोत्सव का उद्घाटन करेंगे।

इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी। जनसंपर्क अधिकारी जाकिया रूही ने बताया कि लाल किले पर महानिर्य सम्राट विक्रमादित्य के साथ-साथ विक्रमादित्य और अयोध्या, विक्रमादित्य काल की पुरातात्विक मुहरें, वृहत्तर भारत का सांस्कृतिक वैभव, मध्यप्रदेश में पर्यटन की संभावनाएँ, प्रदेश में निवेश के अवसरों को लोकप्रिय बनाने के प्रयास और रोजगार सृजन पर केन्द्रित प्रदर्शनियाँ भी आयोजित की जा रही हैं। 

इसके अतिरिक्त, दिल्लीवासी फूड कोर्ट में स्थानीय मध्य प्रदेश के व्यंजनों का भी आनंद ले सकेंगे। इस तीन दिवसीय महोत्सव में भारतीय इतिहास और संस्कृति के महान नायक के योगदान को जीवंत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मार्गदर्शन में विशाला सांस्कृतिक एवं जन कल्याण समिति ने महानृत्य की अवधारणा को क्रियान्वित किया है।

विक्रमादित्य के जन्म से लेकर उनके सम्राट बनने तक की सभी कहानियों का वर्णन इस महान नाटक में किया गया है। सम्राट विक्रमादित्य के विशाल स्वरूप को प्रस्तुत करने के लिए लगभग 125 कलाकारों और 50 अन्य सहयोगियों की एक विशाल टीम द्वारा इसका प्रदर्शन किया जाएगा। नाटक के दृश्यों को जीवंत बनाने के लिए घोड़ों, गाड़ियों, पालकियों और ऊंटों आदि का उपयोग किया गया। मंच प्रस्तुति को प्रभावी बनाने के लिए तीन स्टेज और विशेष एलईडी ग्राफिक्स प्रभाव का उपयोग किया गया। 

जनसम्पर्क प्रमुख ने कहा कि यह मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, परम्परा, कलात्मक कौशल और पर्यटन को वैश्विक मंच पर प्रमुखता से प्रदर्शित करने का प्रमुख मंच है। इसी परिप्रेक्ष्य में महानायक सम्राट विक्रमादित्य के स्वर्णिम युग के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए विक्रमोत्सव-2025 का आयोजन किया जा रहा है। इससे न केवल सम्राट विक्रमादित्य के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व की जानकारी लोगों तक पहुंचेगी, बल्कि मध्य प्रदेश की समृद्ध परंपराओं और पर्यटन संभावनाओं को राष्ट्रीय मंच भी मिलेगा।


विक्रमोत्सव-2025 में दिल्लीवासियों के आनंद के लिए मध्य प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों के स्टॉल लगाए जाएंगे। मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग की प्रमुख पहलों, नवाचारों और पर्यटन सर्किटों की जानकारी दी जाएगी। प्रौद्योगिकी की मदद से नागरिकों को भी कहानियां सीखने का अवसर मिलेगा। यहां बाबा महाकाल की होलोग्राफिक छवि भी प्रदर्शित की जाएगी। मध्य प्रदेश के शिल्प और कौशल के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा, जहां कारीगर गोंड कला, बाघ प्रिंट, टेराकोटा शिल्प, खजूर के पत्ते शिल्प, पारंपरिक शिल्प और पेपर-मैचे कला और चित्रकला के साथ-साथ अन्य उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे।

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