चकिया नगर की प्रतिभाशाली बेटी उषा कुमारी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि लगन और मेहनत से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।
- दूसरे प्रयास में मिली सफलता, नगर में खुशी की लहर,उषा ने कहा-मेहनत और अनुशासन से हर सपना किया जा सकता है पूरा
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट /ब्यूरो चीफ दिवाकर राय चंदौली
चकिया नगर की प्रतिभाशाली बेटी उषा कुमारी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि लगन और मेहनत से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा में उन्होंने देशभर में 25वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में स्वयं के दम पर प्राप्त की।
आदर्श नगर पंचायत चकिया के वार्ड नंबर 7, बुद्ध नगर कॉलोनी निवासी उषा कुमारी की इस उपलब्धि से पूरे नगर में हर्ष और गर्व का माहौल है। बधाई देने वालों का तांता उनके घर पर लगा हुआ है। परिजन और स्थानीय लोग मिठाइयां बांटकर खुशी का इज़हार कर रहे हैं।उषा कुमारी की प्रारंभिक शिक्षा आदित्य नारायण राजकीय इंटर कॉलेज, चकिया में हुई। इसके बाद उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू), वाराणसी से बी.एससी. और एम.एससी. (सांख्यिकी) की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने सिविल सेवा में जाने का संकल्प लिया और पूरी लगन से तैयारी शुरू की।
उषा ने बताया कि यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता पाने के लिए नियमित अध्ययन, आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच जरूरी होती है। उन्होंने कहा कि अगर मन में लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत ईमानदार हो, तो कोई भी सफलता दूर नहीं रहती।अपनी सफलता का श्रेय उषा कुमारी ने अपनी कड़ी मेहनत, अपने गुरुजनों, माता-पिता, भाई-बहन और भाभी को दिया।
उन्होंने कहा कि परिवार ने हर कठिन समय में उन्हें प्रोत्साहित किया, जिससे वह कभी हार नहीं मान सकीं।उन्होंने यह भी बताया कि तैयारी के दौरान उन्होंने समय प्रबंधन और आत्म-अनुशासन को सबसे महत्वपूर्ण माना। हर दिन के लिए अध्ययन का निश्चित समय तय किया और सोशल मीडिया से दूरी बनाई।
उषा ने कहा कि उनका लक्ष्य अब देश की सेवा में योगदान देना है। वह चाहती हैं कि समाज के पिछड़े वर्गों और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाया जाए ताकि अधिक से अधिक युवा आगे बढ़ सकें।
उषा ने कहा कि आने वाले समय में वह अपनी तैयारी और अनुभव को अन्य अभ्यर्थियों के साथ साझा करेंगी, ताकि चकिया और आसपास के क्षेत्र से भी ज्यादा से ज्यादा प्रतिभाएं राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकें।