सैयदराजा थाना क्षेत्र के बगही गांव निवासी पीयूष सिंह उर्फ छोटू की कुछ लोगों ने शराब ठेके पर पीटकर हत्या कर दी।
चंदौली। जनपद के Syedaraja Police Station क्षेत्र के बगही गांव निवासी पीयूष सिंह उर्फ छोटू की कुछ लोगों ने Liquor shops पर Lynching कर दी थी। इस मामले में मृतक के परिवार के लोग उसके साथी विनायक सिंह को दोषी मान रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि विनायक आपराधिक प्रवृत्ति का है और वह पीयूष को जबरदस्ती शराब ठेके पर ले गया।
मृतक की मां आभा देवी ने बताया कि उन्होंने रात को बेटे को रोकने का प्रयास किया तो विनायक ने उन्हें धक्का दे दिया। परिजनों का कहना है कि घटना के बाद विनायक ने परिवार के लोगों को गुमराह करने के लिए सड़क दुर्घटना की अफवाह फैलाई थी।
रामबली सिंह के अनुसार, देर रात करीब एक बजे जिला अस्पताल से फोन आया कि पीयूष सड़क दुर्घटना में घायल हो गया है। अस्पताल पहुंचने पर पता चला कि उसकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना को छिपाने के लिए विनायक ने पुलिस के सामने मारपीट की जगह सड़क दुर्घटना का जिक्र किया था, लेकिन सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद सच्चाई उजागर हो गई। उन्होंने मारपीट करने वालों और साजिशकर्ता विनायक को सख्त सजा देने की मांग की है।
CO Devendra Kumar ने बताया कि विनायक के अलावा दो अन्य लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही घटना का सफल अनावरण किया जाएगा।
दरअसल रविवार को सैयदराजा के काजीपुर गांव के पास सरकारी शराब की दुकान पर कुछ लोगों ने एक युवक को मार पीटकर अधमरा कर दिया। जिसकी अस्पताल जाने से पहले मौत हो गई, जबकि दुसरा साथी घायल हो गया। मृतक की शिनाख्त बगही गांव के पियूष सिंह उर्फ छोटू तथा घायल की विनायक सिंह के रूप में हुई। लेकिन घायल ने पुलिस को गुमराह करते हुए मार पीट की जगह सड़क दुघर्टना में मौत होने की झूठी कहानी गढ़ी थी।
बगही गांव के राधेश्याम सिंह को 6 बच्चे हैं। इनमें पियूष सिंह उर्फ छोटू सबसे छोटा हैं। राधेश्याम सिंह के पहले बेटी आरती, बलबीर सिंह, गुड़िया, सागर सिंह, रूचि सिंह तथा पियूष सिंह उर्फ छोटू के हैं। घटना के बाद से मृतक की मां आभा देवी तथा परिवार के अन्य लोगों के आखों में आंसू की धारा निकल रही हैं। लोग पूरे घटना क्रम के लिए विनायक सिंह को सबसे ज्यादा दोषी मान रहे हैं।


