दुर्गावती/ कैमूर, रिपोर्ट - संजय मल्होत्रा: बिहार राज्य के कैमूर जनपद के दुर्गावती थाना क्षेत्र अंतर्गत यूपी-बिहार बॉर्डर पर खजुरा गांव के समीप प्रवासी मजदूरों का सिलसिला जारी है.
दूसरे राज्यों से चलकर यूपी बिहार बॉर्डर पर खजुरा गांव के सामने प्रवासी मजदूर पहुंच रहे हैं. प्रवासी मजदूर हालांकि श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जाने से यूपी बिहार बॉर्डर पर दर्जनों पदाधिकारी जो ड्यूटी में लगाए गए हैं, उन्हें थोड़ा राहत मिली हैं. प्रवासी मजदूरों का रजिस्ट्रेशन थर्मल स्क्रीन करने के बाद अब तक 82 हजार प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जिला भेजा जा चुका है.
और दूसरे राज्यों से लौटे 4 हजार 959 प्रवासी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन किया जा चुका है. वही जबकि 234 प्रवासी मजदूरों को 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन पूरा करने के बाद 7 दिनों के लिए उनके होम क्वॉरेंटाइन यानी घर भेज दिया गया है.
मालूम हो कि खजुरा बॉर्डर से अब तक 82 हजार 596 प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जिला भेज दिया गया है. यूपी बिहार बॉर्डर से वाहन बस के द्वारा एक हजार 584 बस से 54 हजार 699 प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जिला भेज दिया गया है. और दूसरी तरफ कर्मनाशा रेलवे स्टेशन से स्पेशल श्रमिक ट्रेन के द्वारा 27 हजार 897 प्रवासी गरीब मजदूरों को फ्री में रेलवे का पास देकर उनके गृह जिला भेजा जा चुका है.
क्या है बिहार का सिस्टम बिहार में जितने प्रवासी मजदूर भेजे गए हैं उनको 14 दिन के बाद उनके घर भेज दिया जाएगा. प्रत्येक प्रवासी मजदूरों को चिन्हित कर उनके खाते में सरकार के तरफ से एक हजार रूपए भेजी जाएगी और जिन प्रवासी मजदूरों का बैंक खाता नहीं होगा, उनका खाता खुलवाया जाएगा.और उस खाते में पैसा ट्रांसफर किया जाएगा. साथ ही साथ प्रति प्रवासी मजदूरों को एक किलो दाल तथा 5 किलो चावल मई व जून महीने के लिए राशन सरकार मुहैया कराएगी.