दुर्गावती, रिपोर्ट संजय मल्होत्रा : यूपी-बिहार बॉर्डर सीमा पर प्रवासी मजदूरों के बीच दलित मुस्लिम एकता प्रांत के बिहार प्रदेश प्रभारी सुरेश वाडकर साहब ने खाद सामग्री का वितरण कीट.
कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण लाक डाउन के तीसरा चरण खत्म होने के पहले गुरुवार को प्रवासी मजदूर हजारों की संख्या में यहां पहुंच रहे हैं. जहां पर शासन- प्रशासन के द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग कराते हुए रजिस्ट्रेशन कर रेलवे पास दिया जा रहा है.
उसके बाद श्रमिक स्पेशल ट्रेन कर्मनाशा से प्रवासी मजदूरों को गृह जिला भेजा जा रहा है.
बता दें कि प्रवासी मजदूरों का बिहार आने का सिलसिला अभी भी लगातार जारी है.
जिसमें कुछ पैदल के रास्ते तो कुछ ट्रक के छत के ऊपर बैठकर तो वहीं कुछ साइकिल द्वारा प्रवासी मजदूर बिहार सीमा में पहुंच रहे हैं.
क्या कहते हैं प्रवासी मजदूर
पंजाब के हरियाणा से पहुंचे यूपी बिहार बॉर्डर पर प्रवासी मजदूर दिनेश मंडल संतोष मंडल सतीश मंडल क्यामु अली इश्तियाक अली आदि दर्जनों की संख्या में प्रवासी मजदूरों ने बताया कि पटना के कटिहार जिला जाना है और यहां पर बिहार सरकार के द्वारा भोजन के नाम पर सिर्फ चावल में रंग मिलाकर दिया जा रहा है जो खाने योग्य नहीं है.
बिहार के लोग खाना के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। लेकिन तीन चार रोज से भूखे प्यासे प्रवासी मजदूर लाचार मजबूर होकर उक्त चावल को खाकर अपना पेट की आग बुझा रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ दलित मुस्लिम एकता फ्रंट के बिहार प्रदेश प्रभारी सुरेश वाडेकर साहब के द्वारा महिलाओं और बच्चों को खाद सामग्री वितरण लगातार कराया गया.
जिसे पाकर भूखे प्यासे प्रवासी मजदूर , बच्चे , महिलाएं लाख-लाख बधाई सुरेश वाडकर साहब जी को धन्यवाद देते दिखे.