Breaking News Purvanchal News Print पीएम मोदी ने किया 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान, कहा- इस संकट से हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है

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                                                                  ◆  अभी थर्ड लॉक डाउन की मियाद 17 मई तक है, इसलिए इस तिथि के पहले लॉक डाउन को लेकर स्थित साफ हो जाएगी. वैसे सबसे अधिक संभवना यह है कि लॉक डाउन फोर्थ की ओर कदम बढ़ सकता है. ◆

 नई दिल्ली: लॉकडाउन के तीसरे चरण की मियाद 17 को पूरी हो रही है  इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर देश को संबोधित किया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने देश के लिए आत्मनिर्भर पैकेज की घोषणा की मोदी 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया.  ये आर्थिक पैकेज, 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा। मोदी ने कहा कि हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपये का है. ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है। इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा। 20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को,आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा. आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए,इस पैकेज में भूमि, श्रम, नकदी और कानून सभी पर बल दिया गया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत जब आत्मनिर्भरता की बात करता है, तो आत्मकेंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता. भारत की आत्मनिर्भरता में संसार के सुख, सहयोग और शांति की चिंता होती है. जो पृथ्वी को मां मानती हो, वो संस्कृति, वो भारतभूमि, जब आत्मनिर्भर बनती है, तब उससे एक सुखी-समृद्ध विश्व की संभावना भी सुनिश्चित होती है भारत की प्रगति में तो हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही है। दुनिया को विश्वास होने लगा है कि भारत बहुत अच्छा कर सकता है, मानव जाति के कल्याण के लिए बहुत कुछ अच्छा दे सकता है. सवाल यह है - कि आखिर कैसे? इस सवाल का भी उत्तर है- 130 करोड़ देशवासियों का आत्मनिर्भर भारत का संकल्प. आज हमारे पास साधन हैं, हमारे पास सामर्थ्य है, हमारे पास दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है, हम सबसे अच्छे प्रोडक्ट बनाएंगे, अपनी गुणवत्ता और बेहतर करेंगे, सप्लाई चेन को और आधुनिक बनाएंगे, ये हम कर सकते हैं और हम जरूर करेंगे.उन्होंने कहा कि इतनी ब ड़ा आपदा भारत के लिए संदेश और एक अवसर लेकर आई है. उन्होंने कहा कि मैं एक उदाहरण के साथ बताना चाहता हूं कि जब कोरोना संकट शुरू हुआ तो भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी और नाममात्र एन95 मास्क का उत्पादन होता था। लेकिन आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। हम ऐसा इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि आपदा को हमने अवसर में बदल दिया है. 
भारत में कोविड 19 के चलते लगाए गए लॉकडाउन का तीसरा चरण अपने अंतिम पड़ाव पर है, मगर कोरोना वायरस का संक्रमण देश में अब भी फैलता ही जा रहा है
 उन्होंने कहा की भारत जब आत्मनिर्भरता की बात करता है, तो आत्मकेंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता है. भारत की आत्मनिर्भरता में संसार के सुख, सहयोग और शांति की चिंता होती है.
उन्होंने आगे कहा कि जो पृथ्वी को मां मानती हो, वो संस्कृति, वो भारतभूमि, जब आत्मनिर्भर बनती है, तब उससे एक सुखी-समृद्ध विश्व की संभावना भी सुनिश्चित होती है. प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है- "आत्मनिर्भर भारत.