नौगढ़ के 80 फ़ीसदी विद्यालयों में शौचालय नदारद, विभाग बेख्याल

नौगढ़ के 80 फ़ीसदी विद्यालयों में शौचालय नदारद, विभाग बेख्याल

नौगढ़ के 80 फ़ीसदी विद्यालयों में न सिर्फ छात्र-छात्राओं, बल्कि अध्यापकों को भी शौच के लिए परेशान होना पड़ता है। 

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●Edited By: Ashok Kumar Jaisawal

दुर्घटना के इंतजार में विद्यालय में बना अधूरा शौचालय

नौगढ़ / चन्दौलीविकास खंड नौगढ़ के 80 फ़ीसदी विद्यालयों में न सिर्फ छात्र छात्राओं, बल्कि अध्यापकों को भी शौच के लिए परेशान होना पड़ता है। जबकि विभाग बेख्याल है।

दरअसल इन विद्यालयों में शौचालय तो बने हैं लेकिन बदहाली की वजह से उपयोग नहीं हो पा रहा है। किसी में ताला लगा है तो किसी में कूड़ा-करकट, दुर्गंध से परेशान छात्र -छात्राओं, अध्यापकों को अध्ययन-अध्यापन में दिक्कत होती है। 

शौच की जरूरत पड़ने पर छात्र छात्राओं को अपने घर का रुख करना पड़ता है। प्राथमिक विद्यालय मझगांवा के शौचालयों की पड़ताल में दरवाजे टूटे मिले और शीशे के टुकड़े तथा कूड़ा करकट भरा मिला। 

कुछ ऐसा ही हाल प्राथमिक विद्यालय विनायकपुर मुसहर बस्ती, देवदत्तपुर, बजरडीहा ,  कंपोजिट ग्रांट विद्यालय केसार  और प्राथमिक विद्यालय बिंद्राबन में देखने को मिला। यहां भी शौचालय गंदा दिखाई पड़ा। 

प्रधानाध्यापक के द्वारा बताया गया कि विद्यालय में सफाई कर्मी एक साल से कभी नहीं आए। 

जिसके कारण गंदगी और बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग आयी हैं। ये हालात यह बताने के लिए काफी है की पढ़ने आने वाले बच्चों को कितनी दिक्कत होती है कुछ खेत में जाते हैं तो कई अपने घर पर । 

कहां जाता है साबुन और तौलिया

सरकारी विद्यालयों में बच्चों को हाथ धोने के लिए साबुन और तौलिया मिलते हैं ,लेकिन सवाल उठता है कि जब शौचालय बदहाल है तो इनका कौन और कहां प्रयोग हो रहा है।

नौगढ़ ब्लाक में 45 जूनियर हाईस्कूल और 95 प्राथमिक विद्यालय संचालित है। जिन विद्यालयों में शौचालय ठीक है वहां पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं है और जहां पानी है वहां शौचालयों पर ताले लटके हैं । 

बता दें कि नौगढ़ में अध्यापकों की संख्या 287 शिक्षा मित्र 212 तथा अनुदेशकों की संख्या 11 है जबकि जब की छात्राओं की संख्या लगभग 20 हजार  है ।