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भिखारीपुर गांव में रविवार को प्रोफेसर एसएन त्रिपाठी मेमोरियल फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन के तहत वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

वर्मी कम्पोस्ट: सोशल मीडिया फाइल

● कृषि वैज्ञानिक बीके शर्मा व उपनिदेशक कृषि राजीव कुमार भारती ने बताया कि चंदौली धान की खेती में प्रदेश के तीसरे स्थान पर पहुंचा
वाराणासी/चंदौली। भिखारीपुर गांव में रविवार को प्रोफेसर एसएन त्रिपाठी मेमोरियल फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन के तहत वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को कंपोस्ट खाद बनाने की विधि की जानकारी बीएचयू के वैज्ञानिकों द्वारा दी गई।
किसानों को जानकारी देते हुए बीएचयू के प्रोफेसर डॉ यामिनी भूषण त्रिपाठी ने बताया कि एफपीओ के माध्यम से हम लोगों द्वारा जनपद में औषधीय खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही इसका बाजार भी उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। इसके माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि करने की मंशा सरकार की है।
वर्मी कंपोस्ट खाद के साथ ही केंचुए से भी कंपोस्ट खाद बनाने की विधि किसानों को प्रदान की गई। वैज्ञानिकों ने जानकारी दिया कि मृदा के स्वास्थ्य को बेहतर मित्र सूक्ष्मजीव रसायनों के प्रयोग से घट रहे हैं। किससे उत्पादों में कमी आ रही है। किसान खुद खाद तैयार कर सूक्ष्मजीव को बचाने का काम करें। फसलों में दवाओं का भी इससे आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
हम लोगों का प्रयास है कि छोटे छोटे किसानों को बड़े पेट फार्म पर खड़ा करें। इस मौके पर कृषि वैज्ञानिक बीके शर्मा व उपनिदेशक कृषि राजीव कुमार भारती ने भी बताया कि चंदौली जनपद धान की खेती में प्रदेश के तीसरे स्थान पर है। किसान अपना रजिस्ट्रेशन कराकर सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं ।
जिससे नवीन तकनीकी के माध्यम से खेती को बढ़ावा देने में कामयाब होंगे। इस मौके पर एफपीओ के यशवंत यादव, आयुष पाठक,सुशील तिवारी,अजय कुमार, अयोध्या प्रसाद, गोरख नाथ,ओम प्रकाश, बचाऊ यादव, कमलेश, वीरेंद्र प्रधान सहित दर्जनों किसान मौजूद रहे।