आईपीएफ नेता ने वन महोत्सव पर पौधरोपण को लेकर किया बड़ा खुलासा, श्वेत पत्र जारी करने की मांग

आईपीएफ नेता ने वन महोत्सव पर पौधरोपण को लेकर किया बड़ा खुलासा, श्वेत पत्र जारी करने की मांग

 वन महोत्सव तथाकथित संस्थाओं, नेताओं व अधिकारियों के लिए अवैध कमाई का जरिया बन गया है | कभी पौधरोपण तो कभी उसकी रखवाली के नाम पर हर साल घोटाला होना आम बात हो गया है |

आईपीएफ नेता अजय राय

Purvanchal News Print | 

चकिया, चंदौली | आईपीएफ नेता अजय राय ने वन महोत्सव के एक दिन पूर्व पौधरोपण को लेकर बड़ा खुलासा किया है। आरोप लगाया कि इस साल भी पिछले साल से लक्ष्य काफी बढ़ाकर पौधारोपण किया जाएगा।  जगह-जगह वन महोत्सव भी होगा, पेड़ों के महत्व पर भाषण होगा. एक पेड़ को पकड़ कर जनप्रतिनिधि व अधिकारी का फोटो शूट भी होगा 

लेकिन, बड़ा सवाल तो यह  बनता है कि वन महोत्सव व पौधारोपन करने के पूर्व रामनगर प्रभागीय वन अधिकारी को  एक श्वेतपत्र जारी करना चाहिए।

 उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल किन किन जमीनों पर कहां कहां किस कार्यदायी संस्थाओं द्धारा कितना पौधारोपन किया गया था तथा उस पर कितना खर्च हुआ और अभी वहां कितना पौधा सुरक्षित हैं। क्योकि,  पौधारोपन के नाम पर काफी धन खर्च  किया जाता है और पौधा की ऱख ऱखाव सुरक्षा के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है। 

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वन महोत्सव में शामिल होने वाले और पौधारोपण के समय पौधा पकड़कर फोटो खिंचवाने वाले जनप्रतिनिधियों को भी चाहिए कि पौधा की सुरक्षा पर अपनी जबावदेही पूरी करें। साथ ही वन अधिकारियों को भी सचेत करे। उन्होंने आरोप लगाया कि वन महोत्सव तथाकथित संस्थाओं, नेताओं व अधिकारियों के लिए अवैध कमाई का जरिया बन गया है। कभी पौधरोपण तो कभी उसकी रखवाली के नाम पर हर साल घोटाला होना आम बात हो गया है।

रामनगर DFO से  जनसूचना के तहत मांगी गई पौधरोपण की पूरी जानकारी 

 जन सूचना अधिकार 2005 - 2006 के तहत सन् 2021-2022 में विभाग द्वारा चन्दौली जनपद में वृक्षारोपण की जानकारी के सम्बन्ध में जनसूचना मांगी गई।

इस सबन्ध में अजय राय  राज्य कार्य समिति सदस्य आईपीएफ उत्तर प्रदेश को जन सूचना अधिकार 2005-06 के तहत जानकारी चाहिए कि आपका विभाग हर साल छायादार वृक्षों का पौधारोपण कराता हैं और वहीं चन्दौली जनपद के ग्राम विकास विभाग, राजस्व विभाग, पंचायती विभाग, आवास विभाग  , नगर विकास विभाग , लोकनिर्माण विभाग, रेशम विभाग, कृषि विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, उघान विभाग, पुलिस विभाग सहित कई विभाग को वृक्षारोपण के लिए अपने नर्सरी से वृक्ष उपलब्ध कराता है।  

इसलिए, नर्सरी से किस रेट से 2021-2022 में पौधारोपण के लिए  इन विभाग को पौधा उपलब्ध कराया गया और चकिया तहसील में जंगल विभाग के द्वारा कितना पौधारोपण हुआ, उस पौधारोपण पर कितना खर्च हुआ। नर्सरी में पौधा उगाई से लेकर रख रखाव पर कितना खर्च किया गया है। चकिया तहसील में जंगल विभाग के द्वारा पौधारोपण की देखभाल पर कितना खर्च हुआ है।

 लतिफशाह से नौगढ रोड़ पर पेड़ों की सुरक्षा के लिए ईट से घेराबंदी की गयी हैं। उस पर कितना खर्च हुआ। पौधारोपण के लिए ईट से घेराबंदी करने की मानक क्या था। इस संबध में सभी उक्त जानकारी उपलब्ध कराने का कष्ट की जाए। पता चला है कि इस जनसूचना की मांग के बाद  वन विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है।

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