नई बाजार उच्च प्राथमिक विद्यालय महेसुआ में दुर्गेश सिंह ने बच्चों के बीच किताब कलम देने का वायदा किया था, बालिका समृद्धि योजना दिवस पर अपने वादे को पूरा किया |
👉बालिका समृद्धि योजना दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित
चंदौली /सकलडीहा। जनपद के सकलडीहा ब्लाक में नई बाजार उच्च प्राथमिक विद्यालय महेसुआ में पांच महीना पूर्व पुलिस की वर्कशाप एवं पाठशाला को संचालित करते हुए सकलडीहा सीओ रहे अनिरुद्ध सिंह के समक्ष आयोजित कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में झारखण्ड सरकार से सम्मानित समाज सेवा के उच्च शिखर पर पहुंचे दुर्गेश सिंह ने बच्चों के बीच किताब कलम देने का वायदा किया था, जो आज शुक्रवार को बालिका समृद्धि योजना दिवस पर उन्होंने अपने वादे को पूरा किया ।
दुर्गेश सिंह यूपी गौरव सम्मान के हक़दार : अवधेश कुमार राय
इस मौके पर मुख्य अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी सकलडीहा अवधेश कुमार राय ने दुर्गेश सिंह को समाज सेवा के लिए उत्कृष्ट कार्यों की संज्ञा देते हुए कहा कि आज समाज में जात-पात का जो बीज अंकुरित हो गया है, उसको मिटाने के लिए समाज में ऐसे नवयुवकों को आगे आना बहुत जरूरी है। श्री दुर्गेश सिंह भिक्षाटन करके गरीब लड़कियों की शादी करवाते हैं। साथ ही साइकिल, कॉपी, किताब और कलम तक उपलब्ध कराते हैं। इसके लिए उनको मेरे तरफ से हृदय से कामना की।
दुर्गेश सिंह यूपी गौरव सम्मान के हक़दार : अवधेश कुमार राय |
पुरातन परंपरा में लड़कियों को शिक्षा का अधिकार नहीं था जबकि संविधान में शिक्षा का समान अधिकार दिया गया है। पुरानी रूढ़िवादिता को समाप्त करने के लिए दुर्गेश सिंह व अंकित जायसवाल जैसे लोगों की आवश्यकता है। जिससे समाज में ऊंच-नीच, जाति-पाती को मिटाया जा सक | अब यह शुरुआत हो चुकी है महानगरों में जात पात की बात नहीं होती है सिर्फ आर्थिक समृद्धि की बात होती है। अर्थ प्रधान समाज हो चुका है। जहां पर निम्न स्तर का व्यक्ति भी अगर आर्थिक रूप से समृद्ध है तो ऊंची जाति के लोग भी उनसे रिश्ता रखने में कोई गुरेज नहीं करते हैं।
बालिका समृद्धि के लिए बस जरूरत है पुरानी रूढ़िवादिताओं को तोड़ना: जय नारायण यादव
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नव निर्वाचित सकलडीहा शिक्षक संघ के अध्यक्ष जय नारायण यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज बालिकाओं को लेकर जो नियत बनाए रखी है, उससे हटके चलने की जरूरत है। बालिकाओं को समृद्ध करने के लिए पूरा विश्व एकजुट हो चुका है। अब बालिकायें धरती से लेकर आसमान तक का सफर कर रही हैं, बस जरूरत है पुरानी रूढ़िवादिताओं को तोड़ना। घर से शिक्षा के लिए बाहर निकालना और अभिभावकों को जरूरत है लड़कियों को ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई की तरफ ध्यान देना। इससे दो घर पूर्ण रूप से शिक्षित हो जाते हैं।
समाजसेवी दुर्गेश सिंह ने गजब का समन्वय बनाकर एक दृष्टि लड़कियों पर डालकर कार्य करने का जो बीड़ा उठाया है. उसकी हम भूरी-भूरी प्रशंसा करते हैं और हम चाहते हैं कि इनके कार्यों को प्रेरणा स्रोत मानकर यह सामने बैठे हुए बच्चे इनसे सीख लेंगे। तब इनमें भी समाज सेवा का जज्बा पैदा हो।
इस अवसर पर प्रशांत पांडे, निठोहर सत्यार्थी ,गिरिजेश दादा, रविकेश मौर्य, प्रमोद जी, सूरज सिंह, अंकित जायसवाल आदि रहे । संचालन अरुण रत्नाकर ने किया। इस मौके पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जिसकी सभी ने सराहना किया।