नासा (National Aeronautics and Space Administration) के सिटीजन साइंस प्रोजेक्ट के अंतर्गत क्षुद्रग्रह खोज अभियान (Asteroid Search Mission) के लिए छत्तीसगढ़ की Ritika Dhruv का चयन हुआ है |
👉स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल में 11वीं की छात्रा की उपलब्धि पर खुशी का माहौल
रायपुर / छत्तीसगढ़ । नासा (National Aeronautics and Space Administration) के सिटीजन साइंस प्रोजेक्ट के अंतर्गत क्षुद्रग्रह खोज अभियान के लिए छत्तीसगढ़ की रितिका ध्रुव का चयन हुआ है। नासा का यह प्रोजेक्ट इसरो के साथ अंतरराष्ट्रीय खगोलीय खोज सहयोग कार्यक्रम का एक हिस्सा है।
रितिका महासमुन्द जिले के नयापारा के स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा है। रितिका की इस उपलब्धि पर स्कूल और उनके और उनके परिवार में खुशी का माहौल छा गया है। वहीं इस चयन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने रितिका को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
रितिका ध्रुव को बचपन से ही विज्ञान के प्रति रही रुचि
बता दें कि सोसाइटी फॉर स्पेस एजुकेशन रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट (एसएसईआरडी) द्वारा क्षुद्र ग्रह खोज अभियान की प्रक्रिया के माध्यम से छात्रों को प्रोत्साहित किया रहा जा है। इस प्रोजेक्ट के लिए देशभर से छह स्कूली विद्यार्थियों को चुना गया है। इनमें छत्तीसगढ़ के सिरपुर की रहने वाली रितिका ध्रुव भी शामिल हैं।
जानकारों का कहना है कि रितिका ध्रुव को बचपन से ही विज्ञान के प्रति रुचि रही है। कक्षा 8 वीं की पढ़ाई के दौरान उसने पहली बार अंतरिक्ष प्रश्नोत्तरी स्पर्धा में हिस्सा लिया था। इसके बाद वह लगातार ऐसी गतिविधि में हिस्सा लेती रही। इस समय वह इसरो के श्री हरिकोटा (आंध्र प्रदेश) सेंटर में प्रशिक्षण ले रही है।
कुल छह का किया गया चयन
इस प्रोजेक्ट में रितिका के साथ चयनित होने वालों में वोरा विघ्नेश (आंध्र प्रदेश), वेम्पति श्रीयेर (आंध्र प्रदेश), ओलविया जॉन (केरल), के. प्रणीता (महाराष्ट्र) और श्रेयस सिंह (महाराष्ट्र) शामिल हैं। इन सभी ने अंतरिक्ष के वैक्यूम में ब्लैक होल से ध्वनि की खोज विषय पर एक प्रस्तुति दी थी।
इस कार्यक्रम के जज पैनल में डॉ. बेलवर्ड (नासा), डॉ. जोनाथ (इसरो) और डॉ. ए. राजराजन (सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र) शामिल थे। रितिका 01 अक्टूबर से 06 अक्टूबर तक सतीश धवन स्पेस सेंटर श्री हरिकोटा आंध्र प्रदेश में प्रशिक्षण लेने पहुंची है। अगले चरण का प्रशिक्षण नवम्बर में बेंगलुरु में होना है ।