मोदी सरकार ने बढ़ाया गन्ने का मूल्य, किसान अब 315 रुपये प्रति क्विंटल में बेंच सकेंगे गन्ना , पढ़े - कितना बढ़ा FRP

मोदी सरकार ने बढ़ाया गन्ने का मूल्य, किसान अब 315 रुपये प्रति क्विंटल में बेंच सकेंगे गन्ना , पढ़े - कितना बढ़ा FRP

Sugarcane Farmers:  मोदी कैबिनेट ने उच्चतम एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) को बढ़ाने का फैसला लिया है | गन्ने की FRP बढ़कर 315 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है | पांच करोड़ गन्ना किसानों को इसका फायदा होगा | 

मोदी सरकार ने बढ़ाया गन्ने का मूल्य, किसान अब 315 रुपये प्रति क्विंटल में बेंच सकेंगे गन्ना , पढ़े - कितना बढ़ा FRP
पांच करोड़ किसानों को फायदा होने वाला है

नई दिल्ली,  पीएनपी| मोदी सरकार ने गन्ना किसानों को तोहफा दिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में कई अहम् फैसले लिए हैं। इसमें गन्ने की उच्चतम एवं लाभकारी मूल्य (Fair and Remunerative Price) एफआरपी बढ़ाने का भी फैसला लिया गया। केंद्र सरकार के इस फैसले से पांच करोड़ किसानों को फायदा होने वाला है। 


 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ी एफआरपी



सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक पत्रकार वार्ता कर कैबिनेट के महत्वपूर्ण फैसलों की जानकारी दी। उनके अनुसार PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में गन्ने की एफआरपी बढ़ाने का फैसला हुआ। 

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि गन्ने की एफआरपी 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दी गई है। गन्ने की एफआरपी बढ़ने से अब 305 रुपये से 315 प्रति क्विंटल हो जायेगा। देश के पांच करोड़ किसानों को इसका फायदा पहुंचेगा । साथ ही इससे शुगर मिल में काम करने वाले पांच लाख कर्मचारियों को भी बड़ा फायदा होगा।


अनुराग ठाकुर बोले - अन्नदाता के साथ पीएम मोदी  
 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी हमेशा से ही अन्नदाता के साथ हैं। सरकार ने कृषि और किसानों को प्राथमिकता देती रही है। कहा,

गन्ने का एफआरपी 2014-15 सीजन में 210 रुपये प्रति क्विंटल थी, अब 2023-24 सीजन के लिए इसे बढ़ाकर 315 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।

क्या होता है FRP ?

एफआरपी वह न्यूनतम मूल्य है, जिस मूल्य पर चीनी मिलों को किसानों से गन्ना खरीदना होता है। केंद्र सरकार का कहना है कि एफआरपी बढ़ने से करोड़ों किसानों को इसका फायदा होगा। नई एफआरपी वर्ष 2023-24 के अक्टूबर महीने से शुरू हो जाएगी ।

किस साल कितना रही एफआरपी ?

साल 2014-15 -- 210 रूपये प्रति क्विंटल 
साल 2015-16 -- 230 
साल 2016-17 -- 230 
साल 2017-18 -- 255 
साल 2018-19 -- 275 
साल 2019-20 -- 275 
साल 2021-22 -- 290 
साल 2022-23 -- 305 
साल 2023-24 -- 315


बतादें कि केंद्र सरकार के प्रत्येक वर्ष गन्ने का लाभकारी मूल्य तय करती है। इसके अलावा भी कई राज्य सरकारें किसानों के लिए गन्ने के लिए अलग से मूल्य जारी करती हैं, जो केंद्र के द्वारा जारी किए गए FRP से अधिक ही होता है। उसी मूल्य पर उस प्रदेश में चीनी मिलों के माध्यम से गन्ने की खरीदी की जाती है। साल 2021–22 में इन राज्य सरकारों ने अलग से गन्ने का लाभकारी मूल्य जारी किये थे। 

हरियाणा – 362 रूपये प्रति क्विंटल
पंजाब – 360 रूपये प्रति क्विंटल, 
 उत्तर प्रदेश – 340 रूपये प्रति क्विंटल
बिहार – 335 रूपये प्रति क्विंटल 


संसद में आएगा नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बिल 2023

अनुराग ठाकुर ने बताया कि नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना के लिए नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बिल 2023 को भी संसद में लाया जाएगा। उन्होंने ये भी बताया कि साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड एक्ट 2008 को रद्द कर दिया जाएगा।

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