कैंट स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग और नॉन इंटरलॉकिंग के पहले चरण का काम एक सितंबर से शुरू होने वाला है। इस कारण अगले 45 दिनों तक कैंट पर मेगा ब्लॉक बना रहेगा।
वाराणसी | कैंट स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग और नॉन इंटरलॉकिंग के पहले चरण का काम एक सितंबर से शुरू होने वाला है। इस कारण अगले 45 दिनों तक कैंट पर मेगा ब्लॉक बना रहेगा। इस वजह दूसरे स्टेशनों से कई ट्रेनें चलेंगीऔर कई को निरस्त दिया गया हैं | खबर है पहले चरण में सद्भवना एक्सप्रेस, दुर्ग-नौतनवां एक्सप्रेस समेत आधा दर्जन से अधिक गाड़ियों के मार्ग बदल दिए गये हैं ।
बताया जाता है कि वाराणसी कैंट स्टेशन पर यार्ड री-मॉडलिंग कार्य और नॉन इंटरलॉकिंग ब्लॉक (एनआई) के कारण एक सितंबर से 15 अक्तूबर तक मेगा ब्लॉक लगेगा । पहले चरण में एक्सप्रेस समेत चार पैसेंजर ट्रेनें निरस्त कर दी गयी हैं । एक से 13 सितंबर तक गाजीपुर सिटी-कोलकाता शब्दभेदी एक्सप्रेस और एक सितंबर से 16 अक्तूबर तक वाराणसी-आसनसोल मेमू, एक सितंबर से 15 अक्तूबर तक बनारस-भटनी पैसेंजर और गाजीपुर सिटी-प्रयागराज संगम मेमू ट्रेनें निरस्त रहेंगी।
एडीआरएम लालजी चौधरी और कैंट स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित ने बताया कि 30 वर्ष के बाद यार्ड रिमॉडलिंग का काम शुरू हो रहा है। पहले चरण का काम एक से 10 सितंबर तक पूरा जायेगा । इस दौरान प्लेटफॉर्म संख्या तीन पूरी तरह से निष्क्रिय रहेगा। यार्ड रिमॉडलिंग कार्य पूरा होने से सभी रेलवे लाइनें सीधी हो जाएंगी। लोहता, शिवपुर और बनारस स्टेशन से आवाजाही करने वाली ट्रेनों को आउटर पर देर तक नहीं रुकेंगी । इससे एक लाख से अधिक यात्रियों के लिए सुविधा हो जाएगी ।