कौन हैं निखिल कामत, कितनी है उनकी नेटवर्थ,उसने किया पीएम के साथ पॉडकास्ट

कौन हैं निखिल कामत, कितनी है उनकी नेटवर्थ,उसने किया पीएम के साथ पॉडकास्ट

निखिल कामथ एक भारतीय उद्यमी और निवेशक हैं जिन्होंने 2010 में अपने भाई नितिन कामथ के साथ मिलकर ज़ेरोधा  (Zerodha) की स्थापना की थी। 


ज़ेरोधा एक ऑनलाइन ब्रोकरेज है जिसने भारत में डिस्काउंट ब्रोकरेज मॉडल को लोकप्रिय बनाया। फोर्ब्स वर्ल्ड बिलियनेयर्स 2024 सूची के अनुसार, निखिल की कुल संपत्ति लगभग 3.1 बिलियन डॉलर है।

निखिल कामथ की प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

निखिल का जन्म 5 सितम्बर 1986 को शिमोगा, कर्नाटक में हुआ था। उनके पिता केनरा बैंक में काम करते थे और उनकी माँ एक आवाज़ अभिनेत्री थीं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बेंगलुरु में प्राप्त की लेकिन 10वीं कक्षा के बाद उन्होंने स्कूल छोड़ दिया। 14 वर्ष की आयु में उन्होंने अपने एक मित्र के साथ मिलकर पुराने मोबाइल फोन बेचने का व्यवसाय शुरू किया, लेकिन माता-पिता के साथ मतभेद के कारण यह व्यवसाय अधिक समय तक नहीं चल सका।

निखिल कामथ के कैरियर की शुरुआत 

17 साल की उम्र में निखिल ने एक कॉल सेंटर में काम करना शुरू किया, जहां उन्हें 8,000 रुपये मासिक वेतन मिलता था। इस दौरान, उनकी रुचि शेयर बाजार में विकसित हुई और उन्होंने अपने पिता की बचत का कुछ हिस्सा उसमें निवेश करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे, उन्होंने अपने प्रबंधकों और सहकर्मियों को भी निवेश के लिए प्रोत्साहित किया और उनके पोर्टफोलियो का प्रबंधन करना शुरू कर दिया। इस सफलता ने उन्हें वित्तीय बाज़ारों में और अधिक गहराई से शामिल होने के लिए प्रेरित किया।

ज़ेरोधा (Zerodha)  की स्थापना

2006 में निखिल सब-ब्रोकर बन गए। 2010 में उन्होंने अपने भाई नितिन कामत के साथ मिलकर ज़ेरोधा की स्थापना की। ज़ेरोधा ने पारंपरिक ब्रोकरेज मॉडल के विपरीत, अपनी कम फीस और उपयोग में आसान प्लेटफॉर्म के माध्यम से खुदरा निवेशकों को आकर्षित किया। आज, ज़ेरोधा के पास 10 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं, जो इसे भारत में सबसे बड़ी ब्रोकरेज़ में से एक बनाता है।

प्रधानमंत्री मोदी के साथ पॉडकास्ट और साक्षात्कार

मार्च 2023 में, निखिल ने "WTF is with Nikhil Kamath" और बाद में "People by WTF" नामक पॉडकास्ट की मेजबानी शुरू की। इन पॉडकास्ट में उन्होंने किरण मजूमदार-शॉ, रितेश अग्रवाल, रोनी स्क्रूवाला और सुनील शेट्टी सहित विभिन्न उद्योगों की प्रमुख हस्तियों के साथ बातचीत की है। जनवरी 2025 में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक विशेष पॉडकास्ट सत्र की मेजबानी की, जो व्यापक चर्चा का विषय बन गया।

दान का काम

जून 2023 में, निखिल ने "द गिविंग प्लेज" पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उन्होंने अपनी संपत्ति का 50% हिस्सा जलवायु परिवर्तन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे परोपकारी कार्यों के लिए दान करने का वादा किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने और उनके भाई ने 110 करोड़ रुपये दान किए, जिससे उन्हें हुरुन इंडिया की परोपकार सूची में 12वां स्थान मिला।

व्यक्तिगत जीवन और दृष्टिकोण

निखिल का मानना ​​है कि सफलता के लिए औपचारिक शिक्षा अनिवार्य नहीं है। अपने अनुभवों के माध्यम से उन्होंने यह साबित कर दिया है कि आत्म-शिक्षा, दृढ़ संकल्प और नवाचार के माध्यम से भी महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं। उनका जीवन उन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो पारंपरिक रास्तों से हटकर अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।

निष्कर्ष

निखिल कामत की कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जिसने पारंपरिक शिक्षा प्रणाली से अलग रास्ता चुना और अपने उद्यमशीलता कौशल और नवाचार के माध्यम से सफलता हासिल की। उनका कार्य-प्रणाली यह दर्शाती है कि समर्पण, नवाचार और समाज के प्रति जिम्मेदारी से किसी भी चुनौती पर विजय प्राप्त की जा सकती है।


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