सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज शनिवार को अपने सरकारी आवास पर बैठक करके संचारी रोगों की स्थिति की समीक्षा की है। संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किये हैं।
👉जो स्थान हॉटस्पॉट के तौर पर चिन्हित हों, ऐसे स्थानों पर नगर आयुक्त या फिर अधिशाषी अधिकारी को मौका मुआयना जरुरी
लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज शनिवार को अपने सरकारी आवास पर बैठक करके संचारी रोगों की स्थिति की समीक्षा की है। फिर संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किये हैं। सीएम के निर्देश के बाद प्रदेश के सभी निजी अस्पतालों को संचारी रोगों की चपेट में आये व्यक्तियों की सही जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी पड़ेगी ।
जो स्थान हॉटस्पॉट के तौर पर चिन्हित हों, ऐसे स्थानों पर नगर आयुक्त या फिर अधिशाषी अधिकारी को मौका मुआयना करना पड़ेगा। इतना ही नहीं बीमारियों की रोकथाम के लिए सीएम ने रोजाना सुबह सैनीटाइज़ेशन व शाम को फॉगिंग के भी निर्देश दिए हैं। बैठक के दौरान सीएम ने कहा कि हर साल अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर महीने में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विशेष अभियान शुरू हो जाता है। फिर अक्टूबर महीने से इसका नया चरण शुरू होगा है। इसमें सरकारी प्रयास के साथ-साथ जनसहभागिता भी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि हमारे सामने अपना इंसेफेलाइटिस नियंत्रण और कोविड प्रबंधन के दो सफल मॉडल हैं, जो संचारी रोग अभियान में हमारे लिए उपयोगी साबित होंगे। आज हर जिले में डेंगू जांच की सुविधा उपलब्ध करा दी है। हालांकि 15 नवम्बर तक का समय संचारी रोगों की दृष्टि से हमारे लिए काफी संवेदनशील है।
उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर नगर, मेरठ, मुरादाबाद जिले डेंगू से प्रभावित रहे हैं। वहीं बुलंदशहर और संभल में डेंगू आउटब्रेक की स्थिति भी देखी गई। जबकि बरेली, सीतापुर, शाहजहांपुर, हरदोई बदायूं, पीलीभीत और संभल में मलेरिया का असर रहा है।
इसके अलावा प्रयागराज, कानपुर नगर, बाराबंकी, कुशीनगर, संत कबीरनगर, सहारनपुर और बस्ती में चिकनगुनिया की चपेट में लोग आते आये हैं। इन जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। सीएम ने निर्देश दिया कि सभी सरकारी व निजी अस्पतालों,मेडिकल कॉलेजों में नए मरीजों की नियमित रिपोर्टिंग आवश्यक रूप से हो।
प्रदेश के सभी पीएचसी,सीएचसी,जिला अस्पतालों,मेडिकल कॉलेजों के लिए डीएम एक-एक नोडल अधिकारी नामितकरें । यह नोडल अधिकारी हर दिन शाम को अपने प्रभार के अस्पतालों की जांच कर व्यवस्था में कमी को देर करेंगे ।