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दुर्गावती/कैमूर, रिपोर्ट- संजय मल्होत्रा : दुर्गावती थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर यूपी
-बिहार बॉर्डर खजुरा गांव के समीप भीषण जाम लगने से प्रवासी मजदूरों को पैदल चलने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
एक तरफ प्रवासी मजदूरों का भारी-भरकम भीड़ तो दूसरी तरफ सड़क पर खजुरा से लेकर दुर्गावती तक बालू की गाड़ियों से भीषण जाम लगा हुआ है. बिहार से बालू लोड कर यूपी में जाने वाले ट्रक चालकों में होड़ मची हुई है.
सड़क के दक्षिण लेने में बालू की गाड़ियों का ताता लगा हुआ है.
यूपी प्रशासन के द्वारा बालू के ट्रकों पर कड़ी कार्रवाई लगातार की जा रहा है.
जिसके डर से बिहार सीमा में ही ट्रकों को सड़क पर खड़ा कर दे रहे हैं. जिससे जीटी रोड पर चार पहिया वाहन व मोटरसाइकिल या पैदल के रास्ते चलना दूभर हो गया है.
विदित हो कि विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर यूपी के रास्ते चिलचिलाती धूप में कुछ पैदल तो कुछ लोग ट्रकों के ऊपर बैठकर बिहार सीमा में आ रहे हैं.
जाम लगने के कारण यूपी में काफी प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं कैमूर जिले के शासन प्रशासन कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को लेकर काफी व्यस्त नजर आ रहा तो
वहीं दूसरी तरफ इंट्री माफियाओं के द्वारा अवैध बालू की ट्रकों को सड़क पर खड़ा कर जाम लगा देने से खस्ता हालत ही गई है. कैमूर डीएम ने सभी बालू के ट्रकों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. इसके बाद पुलिस कार्रवाई में जुट गई है. सड़क पर काफी संख्या में बालू के ट्रकों के खड़े होने से आवागमन को लेकर विकट स्थित पैदा हो गई है. ऐसे में पुलिस प्रशासन प्राथमिकी दर्ज कर इतने काफी संख्या में ट्रकों को कहां खड़ा करेंगी यह भी सवाल बन गया है.
इसके लिए जब्ती सूची के साथ पार्किंग में खड़ा करना होगा या फिर जुर्माना वसूल कर पुलिस को छोड़ना मजबूरी होगा.
पुलिस के सामने यह एक जटिल समस्या खड़ा हो गया है.
मिली जानकारी के अनुसार बालू लदे ट्रक सड़क पर खड़ा कर चालक गायब हो चुके हैं. एक तरफ पुलिस प्रशासन कोरोना से जूझ रहे हैं.
तो दूसरी तरफ बालू ओवरलोड ट्रको ने पुलिस का सिरदर्द बना हुआ है